संजय व्यास
Sunday, March 2, 2025
हाथ से लिखी किताब
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उस घर में वो अक्सर जाता था। उस घर को बाहर से देखने पर वो अनगढ़ पत्थरों से बना साधारण घर दिखाई देता था पर उसमें एक अजाना आकर्षण था। उस घर म...
Friday, May 24, 2019
जब परिचित लोगों में ज़्यादा संख्या मरे हुओं की हो जाती है
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इतालो कल्विनो की मशहूर किताब 'इनविजिबल सिटीज़' बहुत समय से मेरे पास है। किताब को मैंने अपने मुताबिक इस तरह बनाया है कि इसे जब ...
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Monday, March 18, 2019
ढाबा
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वो इस मैदानी शहर की सर्द रात थी। अरसे बाद वो यहां आया था। इस शहर की एक ख़ासियत थी। ये शहर जल्दी सो जाता था। दिन भर ये शहर भीड़ भाड़ ...
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Friday, February 22, 2019
दोस्ती ज़िंदाबाद
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अनंग नाम था उसका। नाम का अर्थ ढूंढें तो कामदेव। कामनाओं और विषय वासनाओं में आसक्ति रखने वाला। पर वो इसका उलट था। उसकी आसक्ति विषय वासनाओं ...
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Thursday, February 14, 2019
नील कुरिंजी का फूल
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ये उन दिनों की बात है जब मौत की सूचना लोग टेलीग्राम के ज़रिये भेजते थे। जब टेलीफोन इक्का दुक्का घरों में ही थे। जब शहर कई सारे मोहल्लों क...
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